धात व गर्मी
पेशाब या लैटरिन करते समय वीर्य का निकलना ही धांत का रोग है। इसके कारण भी स्वप्न्दोश जैसे हैं। जब आदमी पेशाब या लैटरिन करते समय जोर लगाता है तब शुरू या आखिर में गाड़े से पानी का निकलना ही वीर्य कहलाता है। जब रोग ज्यादा बढ़ जाता है तब हर समय जब भी पेशाब करें तो वीर्य पेशाब रास्ते घुल कर या अलग बूंदें आने लग जाती हैं। पर वीर्य धीरे-धीरे पतला हो जाता है, पेशाब के साथ मिलकर आने पर पता नहीं चलता।
आम तौर पर रोगी समझता है कि वीर्य आना बन्द हो गया है पर उसको यह पता नहीं चलता कि वीर्य पतला हो के पानी के समान बनकर बाहर आ रहा है। धांत रोग एक बहुत ही खतरनाक रोग है जो कि मनुष्य को अन्दर ही अन्दर घुन की तरह खाये जा रहा है। कबज होने लगना, टांगों का टूटना, पीठ का दर्द होना, शरीर सुस्त रहना, नाखुन सफेद हो जाना, इसी तरह के कई रोग पैदा हो जाते हैं।